भिवाड़ी. जिले के सरकारी कार्यालयों में उधारी से लाइट जल रही है। सरकारी गैर सरकारी सभी की स्थिति गड़बड़ चल रही है। वर्षों से बिल का भुगतान नहीं हुआ है। विद्युत निगम के सभी उपखंड में बिजली बिल का बकाया है। बढ़ते-बढ़ते बकाया की यह राशि 20.36 करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी है।
बकाया प्राप्ति को लेकर बिजली निगम के अभियंता भी सख्ती के मूड में हैं। बीते दिनों बिजली थाने से जाब्ता मंगाकर भी कार्रवाई की गई हैं। लंबे समय तक बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के मीटर उखाडक़र कनेक्शन काटने शुरू किए हैं, जिसका असर यह हुआ है कि उपभोक्ताओं ने मौके पर ही लाखों रुपए जमा कराकर बिजली आपूर्ति को चालू कराया है।
यह है बकाया की स्थिति
विभाग | बकाया राशि (लाखों में) |
केंद्र सरकार | 1.48 |
पीएचईडी | 205 |
जेजेवाई | 9.3 |
सरपंच | 516 |
प्रशासन | 110 |
पुलिस | 8.06 |
निकाय | 1085.5 |
अन्य | 102 |
सबसे अधिक बकाएदारी परिषद की
विद्युत निगम भिवाड़ी उपखंड में सबसे अधिक बकाएदारी नगर परिषद की है। नगर परिषद पर रोड लाइट के आठ करोड और एसटीपी प्लांट के तीन करोड़ का बिल बकाया चल रहा है।
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बीते कुछ महीनों में परिषद ने बड़ी राशि बिल में जमा कराई है लेकिन पूरा भुगतान नहीं हो सका है।
नहीं काट सकते कनेक्शन
घरेलू, व्यावसायिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं के बिल जमा नहीं करने पर निगम तुरंत कार्रवाई करता है। वहीं सरकारी गैर सरकारी विभाग का मामला आते ही निगम कार्रवाई करने से बचता है, क्योंकि इनके जरिए जनता से जुड़े काम किए जाते हैं। बिजली आपूर्ति बाधित होने पर सारा ठीकरा भी निगम के सिर पर फूट जाता है।
बकाए पर कनेक्शन काटने के लिए नियमानुसार कार्रवाई की जाती है। बीते दिनों जाब्ता की मदद से भी कनेक्शन काटना शुरू किया है।
सुधीर पांडेय, अधीक्षण अभियंता
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