धारूहेड़ा। दूषित पानी को लेकर उठे विवाद के बाद अब धारूहेड़ा-भिवाड़ी सीमा पर से दोनों जिले की पुलिस पीछे हट चुकी है। धारूहेड़ा पुलिस ने अपने क्षेत्र में बैरिकेड्स लगाए हैं तो वहीं भिवाड़ी पुलिस ने अपने क्षेत्र में बैरिकेडिंग की है। छोटी गाड़ियों को डायवर्ट किया जा रहा है। इसके लिए दो होमगार्ड भी तैनात किए गए हैं। अगर किसी को भिवाड़ी जाना है तो उसे कापड़ीवास होते हुए जाना पड़ेगा और अगर किसी को रेवाड़ी आना है तो उसे महेश्वरी होते हुए हाईवे पकड़ना पड़ेगा।
अधिकतर लोग कापड़ीवास होते हुए ही भिवाड़ी जा रहे हैं क्योंकि यह रास्ता आसान पड़ता है। फिलहाल बैरिकेडिंग होने की वजह से लोगों को करीब 5 से 6 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ रहा है। ट्रांसपोर्टर की गाड़ियों को ही केवल इस रास्ते से जाने की अनुमति है। केवल उन्हीं ट्रांसपोर्टर की गाड़ियां जा रही हैं जिनके ऑफिस सड़क के आसपास हैं। भिवाड़ी और धारूहेड़ा सीमा पर दो-दो पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। बता दें कि बुधवार को भिवाड़ी की पुलिस धारूहेड़ा क्षेत्र में बैरिकेड्स लगाकर बैठी थी। इसी दौरान धारूहेड़ा के एएसआई रविकांत ने इसका विरोध किया। आपस में बहसबाजी होने के बाद दोनों जिलों के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला।
रेवाड़ी ने पानी को रोका तो भिवाड़ी ने रास्ता किया बंद
भिवाड़ी के दूषित पानी को धारूहेड़ा के गांव, कॉलोनियों व नगर पालिका क्षेत्र में आने से रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है। वहीं, राजस्थान के भिवाड़ी में हो रहे भारी जलभराव के कारण वहां प्रशासन की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं, क्योंकि वह अपने दूषित पानी को लेकर अभी तक कोई रोकथाम नहीं कर पाए हैं। मौजूदा समय में राजस्थान की सीमा में कई फीट तक दूषित पानी भरा हुआ है। यही पानी बहकर हरियाणा की सीमा में आ जाता था। इससे निजात पाने के लिए रेवाड़ी ने अपनी सीमा में रैंप बना दिया है।
लोगों को रास्ता बंद होने से हो रही परेशानी
तीन दिनों से राजस्थान प्रशासन की तरफ से राजस्थान की सीमाओं पर लगते हरियाणा के गांव के रास्तों को मिट्टी डालकर बंद किया जा रहा है। गांव आकेड़ा, गुर्जर घटाल, नारायण विहार कॉलोनी व करण कुंज कॉलोनी के मुख्य रास्तों को भिवाड़ी प्रशासन की तरफ से मिट्टी डालकर पूर्णता बंद कर दिया गया है, ताकि हरियाणा के लोग राजस्थान की तरफ आवागमन ना कर पाएं।