विस्थापित परिवारों की समस्या सुनने पहुंचे विधायक बाबा बालक नाथ, विस्थापित परिवारों की मांग

भिवाड़ी तिजारा न्यूज़

सरिस्का टाइगर रिजर्व बफर जोन से करीब 200 परिवारों को दो साल पहले सरिस्का से हटाकर तिजारा के रुंध गांव के जंगलो में विस्थापित किया गया। यहाँ पर बीते 2 सालों से ये 200 परिवार मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे है, लेकिन इन गांव वालो की न तो प्रशासन खबर ले रहा है और न ही कोई राजनेता समस्याओं को सुनने के लिए पहुँचता है। मूलभूत सुविधाओं से मेहरूम ये परिवार उपखंड अधिकारी सहित कलेक्टर को ज्ञापन भी दे चुके है।

तिजारा विधायक महंत बाबा बालक नाथ रुंध गांव पहुंचे

200 परिवारों की समस्याओ को सुनने के लिए तिजारा विधायक महंत बाबा बालक नाथ रुंध गांव पहुंचे। महंत बाबा बालक नाथ के पहुंचते ही वहां सभी परिवार जमा हो गए और विधायक को अपनी समस्याएं बताने लगे। साथ ही उनकी समस्याओ को गिनाते हुए निराकरण के लिए एक ज्ञापन भी सौंपा गया है। ग्रामीणों के द्वारा तिजारा विधायक को दिए गए ज्ञापन में बताया कि अलवर के सरिस्का से तिजारा रुंध गांव के करीब 200 परिवारों को विस्थापित किया गया है, जब परिवारों को विस्थापित किया गया, तो सरकार और प्रशसन के द्वारा बड़े-बड़े वादे किए गए थे और मूलभूत सुविधाएं देने की बात कही गई थी। लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी उन्हें कुछ नहीं मिला है।

विस्थापित परिवारों की क्या-क्या मांग है

विस्थापित परिवारों की मांग है कि उनको प्रशसन के द्वारा दी गई कृषि भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में जोड़ा जाए, साथ ही विस्थापित परिवारों को जो जमीन दी गई है उसकी रजिस्ट्री कराकर उनको दी जाए। कॉलोनी में आने वाली सड़कों को पक्का किया जाए, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था भी की जाए। विस्थापित परिवारों के बच्चों की पढ़ाई के लिए राजकीय विघायल खोला जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई हो सके। तिजारा से कनेक्ट करने के लिए कोई रोड की सुविधा भी नहीं है। और न ही बच्चों को रास्ते के अभाव में प्राइवेट स्कूलो में भेजा जा रहा है।

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विस्थापित परिवारों को दी गई भूमि की माप में भी गड़बड़ी है और कुछ लोगो को 6 बीघा जमीन दी गई और कुछ को तो चार से पांच बीघा ही जमीन दी गई है। विस्थापित परिवारों की यह भी मांग थी कि वन विभाग के पुराने स्टाफ को भी बदला जाए क्योंकि वह उनकी समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दे रहे है। विस्थापित परिवारों की सुरक्षा के लिए उनको दी गई भूमि के चारों तरफ तारबंदी भी कराई जाए ताकि उनकी फसल और घरों की सुरक्षा हो सके। एक पुलिस चौकी भी खोलने की मांग की गई है।

ग्रामीणों ने दी चेतावनी

ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने चेतावनी भी दी कि अगर इन समस्याओ का हल नहीं किया गया तो वह वापस अपने गांव सरिस्का में ही जाकर बस जाएँगे। जिसके जिम्मेदारी स्वयं वन विभाग के अधिकारी और प्रशासन की रहेगी। इसी तरह का एक ज्ञापन वन एंव पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा के नाम से भी विधायक को दिया गया है। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याओ को सुनकर विधायक ने तिजारा एसडीएम संजीव कुमार को उपखंड स्तरीय समस्याओ को तुरंत प्रभाव से दूर करने के निर्देशक दिए तो वही राज्य सरकार के स्तर की समस्याओं को सरकार से बात कर तुरंत समाधान कराने का आश्वासन दिया है।

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