भिवाड़ी अलवर बाईपास से लेकर खिजूरीबस टोल तक चार किलोमीटर लंबी सिक्स लेन सड़क का निर्माण बीते दो वर्षों से तेजी से चल रहा है। बीड़ा द्वारा 37 करोड़ रूपये की लागत से इस सड़क का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। सड़क के बीचों-बीच डिवाइडर पर खजूर के पेड़ लगाए गए है और सड़क के एक किनारे 4 मीटर चौड़ा ग्रीन एरिया विकसित किया जा रहा है। जिसका कार्य निजी कंपनी द्वारा 50 लाख रूपये की लागत से किया जा रहा है। ग्रीन एरिया में पेड़-पौधों में जो पानी डाला जा रहा है। वह स्थानीय दुकानदारों के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है।
स्थानीय व्यापारियों की समस्या
इस ग्रीन एरिया में पेड़ों को पानी देने के लिए एसटीपी का ट्रीटेड पानी उपयोग में लिया जा रहा है। स्थानीय व्यापारियों ने कहा कि यह पानी न केवल दूषित है, बल्कि इससे दर्गंध भी आ रही है। अलवर बाईपास पर स्थित गिफ्ट एंड टॉय के व्यापारी रचित राव ने बताया कि दिन में यहां बदबू इतनी फैल जाती है कि काम करना मुश्किल हो जाता है। पेड़ों के सिंचाई के लिए डाले जा रहे इस काले पानी के कारण आसपास मच्छर पनपने लगे है।
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जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ सकती है। गंदे पानी की बदबू के कारण यहां पर रहना तो दूर की बात सर्विस लाइन से गुजरना तक मुश्किल हो जाता है। चाय चलने वाले हेतराम ने बताया कि यह समस्या रात के समय और भी गंभीर हो जाती है।
भिवाड़ी ग्रीन एरिया के पानी की समस्या
भिवाड़ी ग्रीन एरिया में पानी रात को छोड़ा जाता है और बहुत देर तक चलता है। कभी-कभी पानी की मात्रा अधीकक हो जाती है। जिससे ग्रीन एरिया से ओवरफ्लो होकर यह पानी सर्विस लेन पर जमा हो जाता है। व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना चाहिए। भिवाड़ी ग्रीन एरिया में जमा गन्दा पानी को जल्दी समाधान करें।