भिवाड़ी में द्वितीय लघु उद्योग भारती की इकाई का गठन किया और यह खुशखेड़ा, कारौली और सलारपुर में इकाई का गठन किया। इसके लिए भिवाड़ी के एक निजी होटल में कार्यक्रम रखा गया। जिसमे नवगठित कार्यकारिणी के पदाधिकारीयों की घोषणा की गई एंव लघु उद्योगों के लिए काम करने की प्रेरणा दी गई।
कार्यक्रम में कौन-कौन था
इस कार्यक्रम में तिजारा विधायक महंत बाबा बालक नाथ, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा, राजस्थान प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश गुप्ता, लघु उद्योग भारती के जयपुर अंचल अध्यक्ष सुधीर कुमार गर्ग, जयपुर अंचल महामंत्री सुनील शर्मा मौजूद थे। इस दौरान लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रकाश चंद का मुख्य उध्दोधन रहा।
संयोजक किस-किस को बनाया गया
नवगठित खुशखेड़ा कारौली सलारपुर लघु उद्योग भारती के संयोजक के रूप में अनन्य जैन को मनोनीत किया। वहीं सहसंयोजक के रूप में शशिकांत पाठक को मनोनीत किया गया। इसी तरह लघु उद्योग भारती भिवाड़ी द्वितीय इकाई में के आर मनोज को संयोजक और अजीत सिंह यादव को सह संयोजक बनाया गया।
कार्यक्रम में वक्ता प्रकाश चंद ने इकाई के बारे में बताया
उन्होंने लघु उद्योग भारती इकाई के बारे में कहा कि प्राचीन समय में भारत के वस्र, लोहा, पीतल और लकड़ी उद्योग बहुत प्रचलित था। भारत के कारीगरों के द्वारा बनाई गई सामग्रियों को विदेशों में बेचा जाता था और विदेशों से उसके बदले में सोना और चांदी आता था। सोना-चांदी का बड़ी मात्रा में माल को बेचने के कारण ही भारत को सोने की चिड़िया का नाम दिया गया। उसके बाद नई टेक्नोलॉजी आने के कारण हाथ से बना उद्योग धीरे-धीरे बंद हो गया और छोटे उद्योगों में मशीनों से काम होने लगा। उन्होंने यह कहा कि बड़े उद्योगों की जगह छोटे उद्योग ज्यादा रोजगार उपलब्ध करवा रहे है। देश के विकास में लघु उद्योगों का बहुत बड़ा योगदान है, इसलिए देश की सरकारों को भी लघु उद्योगों की समस्याओं को दूर करने पर विचार करना चाहिए। इस दौरान मौजूद उद्योगपतियों को भी सलाह देते हुए कहा कि अपने उद्योगों को चलाने के साथ-साथ ही हमें देश को समृध्द और विकसित बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान तिजारा विधायक महंत बाबा बालक नाथ ने कहा
उन्होंने कहा कि लघु उद्योग देश के विकास में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। सरकार अपने स्तर पर छोटे उद्योगों की समस्याओं को दूर करने का हर संभव प्रयास करती है। सरकार ने डिजिटलाइजेशन के माध्यम से कागजी कार्रवाई को बहुत आसान बना दिया है। जिससे छोटे उद्यमी अपने उद्योगों का रजिस्ट्रेशन भी अब आसानी से करवा सकते है।
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उन्होंने भिवाड़ी की चिर परिचित जल भराव की समस्या पर बताया कि यह लंबे समय से चली आ रही समस्या है। इसको दूर करने के प्रयास किए जा रहे है। इस पर कार्य योजना तैयार हो चुकी है और जल्दी ही इसके परिणाम भी देखने को मिलेंगे।
कार्यक्रम में शामिल थे
इस कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती के जयपुर अंचल महामंत्री सुनील शर्मा ने संगठन की कार्य योजना के बारे में बताया। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में भिवाड़ी, खुशखेड़ा, कारौली, सलारपुर, कहरानी, चौपानकी के उद्योगपति मौजूद थे।