भिवाड़ी के ईएसआईसी अस्पताल में लंबे समय के बाद एक नवजात बेटी की किलकारी गूंजी। नवनियुक्त गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ मनीषा यादव ने अपनी नियुक्ति के तुरंत बाद पहला प्रसव कराया। सांथलका गांव की राजदीप कौर ने एक स्वास्थ्य बच्ची को जन्म दिया।
अस्पताल में सुविधाएँ की कमी
कई साल से अस्पताल में गाइनेकोलॉजिस्ट का पद रिक्त था, जिससे प्रसव सेवाएं पूरी तरह से बंद थी। डॉ यादव ने पदभार संभाला और उन्होंने पहली डिलीवरी कराई। वह डिलीवरी सफल हुई। अस्पताल में कई सुविधाएँ की कमी हैं।
डॉ यादव ने बताया
उन्होंने बताया कि अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट और अल्ट्रासाउंड मशीन की अनुपलब्धता के साथ-साथ भिवाड़ी में ब्लड बैंक न होने से गंभीर मामलों में मरीजों को रेफर करना पड़ता है।
ऐसी स्थिति जानलेवा भी साबित हो सकती है, क्योंकि रेफर किये गए अस्पताल तक पहुंचने में काफी समय लगता है और यह लगने वाला समय कई बार घातक साबित होता है।
भिवाड़ी अस्पताल की स्थिति
भिवाड़ी एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है, जहां बड़ी संख्या में कर्मचारी और मजदूर ईएसआईसी की सुविधाओं पर निर्भर हैं। ऐसे में अस्पताल में आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता में अत्यंत महत्वपूर्ण है। डॉ यादव ने अस्पताल प्रशासन से रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति और अल्ट्रासाउंड मशीन की व्यवस्था करने की मांग की है।