खुशखेड़ा में स्थित सलारपुर गांव में 12 साल बाद रीको द्वारा औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के बाद 172 काश्तकारों को एक चौथाई जमीन देने के लिए लॉटरी निकाली गई। काश्तकारों के लिए लॉटरी निकालने का एक कार्यक्रम वसुंधरा नगर के सामुदायिक भवन में आयोजित हुआ था।
ग्रामीणों ने रीको अधिकारी का विरोध किया
लॉटरी प्रकिया सुबह होनी थी, लेकिन ग्रामीणों के समय पर नहीं पहुंचने से यह प्रकिया लेट शुरू हुई। ग्रामीणों ने लॉटरी प्रकिया शुरू होने से पहले ही रीको अधिकारियों का विरोध करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि ऑफ़ लाइन लॉटरी प्रकिया से निकली जा रही पर्ची में गड़बड़ी की आशंका है। इसलिए अधिकारियों की जगह लॉटरी पर्ची को ग्रामीणों द्वारा निकाला जाए। अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांगो पर विचार करते हुए करीब दो घंटे बाद ग्रामीणों के द्वारा ही लॉटरी निकालने का काम शुरू किया गया।172 काश्तकारों की ऑफ़ लाइन लॉटरी प्रकिया जारी रही। लंबे इंतजार के बाद अवाप्त भूमि का एक चौथाई हिस्सा मिलने के बाद ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी देखी गई। सामुदायिक भवन में लॉटरी प्रकिया में भाग लेने के लिए 172 मेसे 132 किसान ही पहुंचे।
ऑफ़ लाइन लॉटरी प्रकिया में कौन-कौन अधिकारी शामिल थे
ऑफ़ लाइन लॉटरी प्रकिया को करने के लिए अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया। जिसमे भिवाड़ी एडीएम अश्वनी के पंवार, टपूकड़ा एसडीएम लाखन सिंह गुर्जर, जिला उद्योग केंद्र सरजीत खोरिया, आरएफसी प्रकाश सिंह, रीको विभाग प्लानिंग व इंफ्रा ओएसडी से धीरेन्द्र सिंह परमार, संजय बाघमारे सहित रीको यूनिट सेकेंड आरएस आदित्य शर्मा, रीको प्रथम आरएस जीके शर्मा सहित रीको के सभी कर्मचारी मौजूद रहे। लॉटरी प्रकिया के दौरान कोई अव्यवस्था और शांति भंग न हो इसके लिए महिला और पुरुष पोलिसकर्मियों का जाप्ता भी तैनात रहा।
प्लास्टिक के डब्बों में डाली गई पर्चियां
ऑफ़ लाइन लॉटरी प्रकिया में कोई गड़बड़ी न हो और प्रकिया पूरी पारदर्शिता के साथ की जाए इसके लिए रीको की तरह से रेजिडेंशियल व कमर्शियल भूखंडो की लॉटरी निकालने के लिए दो चरण में बॉक्स को रखा गया। रीको अधिकारीयो द्वारा पहले चरण में सभी 172 किसानों की पर्चियों को बॉक्स में डाला गया और उसके बाद दूसरे भाग में तीन ग्रामीणों द्वारा किसानों की पर्ची को निकाला गया। रीको द्वारा गठित की गई टीम के द्वारा बॉक्स में से पर्चियों को निकाला गया और उसके बाद चुने हुए तीन ग्रामीणों द्वारा किसानो को एक चौथाई भूमि का रेजिडेंशियल व कमर्शियल भूखंड आवंटित करने के लिए लॉटरी निकाली गई।
1456 भूखंडो की हुई लॉटरी प्रकिया
रीको अधिकारी के अनुसार 172 किसानो ने एक चौथाई विकसित भूमि के लिए आवेदन किया था। लॉटरी प्रकिया में विभाग द्वारा 1456 भूखंडो की प्रकिया की गई। जिसमे रेजिडेंशियल क्षेत्रों के 60 से 220 वर्ग मीटर के 960 भूखंड और कमर्शियल के 18 से लेकर 220 वर्ग मीटर के 496 भूखंडों की लॉटरी निकाली जाएगी।
रेजिडेंशियल व कमर्शियल के क्षेत्रों की लॉटरी प्रकिया
रेजिडेंशियल क्षेत्र में 220 वर्ग मीटर के 581, 150 वर्ग मीटर के 162, 100 वर्ग मीटर के 140, 90 वर्ग मीटर के 36, 72 वर्ग मीटर के 19, 60 वर्ग मीटर के 22 भूखंड की लॉटरी प्रकिया की गई। कमर्शियल के क्षेत्र में 220 वर्ग मीटर के 94, 150 वर्ग मीटर के 35, 100 वर्ग मीटर के 67, 72 वर्ग मीटर के 33, 50 वर्ग मीटर के 50, 36 वर्ग मीटर के 67, 22.5 वर्ग मीटर के 89, 18 वर्ग मीटर के 61 भूखंडो की नीलामी प्रकिया की गई।
भिवाड़ी एडीएम अश्वनी के पंवार ने बताया
उन्होंने बताया कि करीब 12 साल के बाद औद्योगिक क्षेत्र सलारपुर की एक्वायर की गई भूमि को रीको द्वारा विकसित कर राज्य सरकार के नियमों के अनुसार आवंटित की जा रही है।
किसान रीको एमडी व जिला कलेक्टर से भी मिले थे और उनकी मांग थी कि लॉटरी प्रकिया ऑनलाइन के बजाय ऑफ़ लाइन की जाए।
ऑफ़ लाइन लॉटरी प्रकिया की टीम बनाई गई
ऑफ़ लाइन लॉटरी प्रकिया के लिए एक टीम का गठन किया गया जो किसानों के लिए लॉटरी निकालने का काम का रही है और काश्तकारों से बीच-बीच में जानकारी भी ली जा रही है। सभी किसान निकली जा रही लॉटरी प्रकिया से संतुष्ट है। किसी प्रकार का कोई विरोध देखने को नहीं मिला।