भिवाड़ी आवासन मंडल की अरावली विहार योजना में 120 मीटर के व्यावसायिक भूखंड के लिए एक आवेदक ने 82 लाख रुपए मीटर की बोली लगा दी। भूखंड की कीमत 98.40 करोड़ रुपए पहुंच गई। इसी तरह 36 मीटर के व्यावसायिक के लिए 62 करोड़ रूपये प्रति वर्गमीटर की बोली लगा दी। भूखंड की कीमत 2232 करोड़ रूपये पहुंच गई। 120 मीटर के भूखंड संख्या सीआई 18 के लिए पहले दिन 82 करोड़ रूपये प्रति वर्गमीटर की बोली लगा दी। वहीं 36 मीटर के भूखंड संख्या सीआई 25 के लिए 62 करोड़ रूपये प्रति वर्गमीटर की बोली लगा दी।
भूखंडो की नीलामी कितने में हुई
आवासन मंडल ने योजना में 16 भूखंड की नीलामी रखे थे। भूखंड खरीदने के लिए निवेशक आए थे। भूखंड के लिए 216 आवेदकों ने अमानत राशि जमा कराकर बोली में भाग लिया। पहले दिन भूखंड के भाव आसमान पर पहुंच गए। 120 मीटर के सात भूखंड में प्रत्येक की आरक्षित दर 55 हजार, 36 मीटर के छह भूखंड की आरक्षित दर 55 हजार, 798 मीटर के एक भूखंड की आरक्षित दर 50 हजार रखी गई।
सेक्टर चार में गौरवपथ पर स्थित 1004 मीटर के एक भूखंड की आरक्षित दर 70 हज़ार और सेक्टर चार में सामुदायिक भवन की तरफ 923 मीटर के एक भूखंड की आरक्षित दर 65500 रुपए रखी गई। 120 मीटर भूखंड के लिए 1.32 लाख ईएमडी और 36 मीटर भूखंड के लिए 39600 रूपये ईएमडी जमा हुई है। ईएमडी आरक्षित दर का दो प्रतिशत राखी गई। 120 वर्गमीटर के जिन भूखंड की आरक्षित दर 55 हजार थी, पहले दिन इन पर एक लाख से ऊपर की बोलिया पहुंच गई।
कोरोना के समय आवेदकों ने कितने खरीदी भूखंड
योजना में ही कोरोना कल के दूसरी लहार 2021 में 45 हजार की आरक्षित दर पर भूखंड लॉटरी से दिए गए थे। औसतन लॉटरी में एक भूखंड पर एक से दो ही आवेदक आए।
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भूखंड की दर भी 45 से 50 हजार रूपये के बीच आवेदक ने भरी। जो भूखंड उस समय आवेदकों ने 50 लाख में आवासन मंडल से ख़रीदा। उसकी कीमत अब 1.50 करोड़ पहुंच चुकी है।
भूखंड पर कार्य
इस सड़क पर व्यावसायिक निवेशकों का रुझान बढ़ चुका है। मुख्य सड़क की पर्याप्त चौड़ाई है। सड़क शहर के बीचों-बीच निकल रही है। उद्योग क्षेत्र और आवासीय इलाके को आपस में जोड़ती है। हरित पट्टी, फुटपाथ के साथ अन्य तरह से काफी जगह व्यावसायिक गतिविधियों के साथ मिल रहा है। भूखंड का आकार इतना है कि हर तरह की गतिविधि हो सकती है-जैसे-छोटा कॉप्लेक्स, शोरूम, मार्केटिंग ऑफिस और बैंक के उद्देश्य से यहां निर्माण हो सकता है।