राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम योजना भिवाड़ी में नहीं रही कारगर, क्या है योजना और लाभ

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भिवाड़ी व्यसायिक विकास में अनुसूचित जाति, जनजाति की भागीदारी बढ़ाने के लिए डॉ भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम योजना शुरू की गई थी। जिस उद्देश्य से योजना शुरू की गई थी, उसका उतना लाभ अनुसूचित जाति, जनजाति के उद्यम नहीं उठा सके। इस योजना का उद्देश्य अनुसूचित जाति, जनजाति को खुद के व्यसाय से जुड़ने के लिए मदद करना है। लेकिन तीन वित्तीय वर्ष से भिवाड़ी व्यसाय विकास में इस योजना का अभी तक कोई लाभ नहीं मिला है। क्योकि बड़े प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए अधिक लोन की जरुरत होती है, लेकिन लोन देने के मामले में सफलता हाथ नहीं लगी है।

तीन वर्ष में कितने लोन पास किये है

वित्तीय वर्ष 2022-23 में सिर्फ एक लोन निवेदन को स्वीकार किया गया, जिसे सिर्फ 10 लाख का लोन दिया गया। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 21 परियोजना लोन देने का लक्ष्य आया। बेंको को 45 निवेदन भेजे गए। 14.49 करोड़ के 22 निवेदन स्वीकार किये गए और 5.42 करोड़ के 21 निवेदन को लोन दिया गया। 15 निवेदन को 1.55 करोड़  मार्जिन मनी अनुदान दिया गया। 6 को 3.26 लाख का ब्याज की सहायता मिली।

तीन वर्ष की पहली तिमाही में सिर्फ तीन बैंको को निवेदन भेजा गया। जिसमे से 9.50 लाख का लोन मिलेगा। एक निवेदन को 10 लाख का  मार्जिन मनी सहायता मिलेगी। 6 निवेदको को 5.15 लाख का ब्याज मिलेगा।

डॉ भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना

राजस्थान में दलित आदिवासी लोगों को खुद के व्यवसाय से जुड़ने के लिए डॉ भीमराव अम्बेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना शुरू की गई थी। इस योजना की शुरू करने की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2022-23 के बजट पेश करने के दौरान की गई।

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इस योजना के दौरान युवाओं को खुद का काम करने के लिए समझ बनाया जायेगा, और ट्रेनिंग भी जाएगी। साथ ही युवाओं के विकास के लिए जमीन बांटने की देय राशि की किस्तों पर ब्याज पूरी तरह से छूट और जमीन के शुल्क में 75% रियासत, जमीन खरीद, पट्टा और लोन दस्तावेजों में स्टॉप ड्यूटी में 100% छूट दी जाएगी।

लोन लेने पर सहायता

राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम योजना 2024 के तहत युवाओ को अपना खुद का काम करने के लिए समझ बनाने के लिए इनक्यूबेशन कम ट्रेनिंग सेंटर खोला जायेगा। जिसमे 100 करोड़ रूपये की राशि खर्च की जाएगी। इस योजना में 25 लाख से काम के लोन को नौ प्रतिशत, 25 लाख से 5 करोड़ तक के लोन पर सात प्रतिशत, पांच से 10 करोड़ के लोन पर 6 प्रतिशत ब्याज सहायता मिलती है।

क्षेत्र बनाने में 10 करोड़, सेवा क्षेत्र में पांच करोड़, व्यापार क्षेत्र में एक करोड़ का लोन मिलता है। निर्माण एवं सेवा क्षेत्र में सबसे काम योगदान 10 फीसदी है और अधिकतम लोन 90 प्रतिशत। व्यापार क्षेत्र में सबसे काम योगदान 15 प्रतिशत और अधिकतम लोन 85 प्रतिशत मिलता है।

योजना में आवेदन करने के लिए पात्रता एवं शर्तें

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  • निवेदन SC और ST वर्ग से सम्बंधित होने चिहिए।
  • निवेदन राजस्थान का निवासी होना चाहिए, और उसकी आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
  • निवेदन मानसिक रूप से बीमार और लोन को देने में असमर्थ नहीं होना चाहिए।
  • निवेदन केंद्र, राज्य सरकार, राजकीय उपकर्मो में कार्यकर्त नहीं चाहिए।
  • निवेदक पूर्व बैंक वित्तीय संस्थाओ से लोन के भुगतान में देरी नहीं होनी चाहिए।
  • फॉर्म द्वारा निवेदन व्यक्ति को SC, ST वर्ग के व्यक्ति को 51% होना चाहिए।
  • उद्यमियों के पास किसी भी समन्धित क्षेत्र में कम से कम 3 वर्षो का अनुभव होना चाहिए।
  • इस योजना के तहत केवल दलित और आदिवासियो उद्यमियों को लाभ प्रदान किया गया है।
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योजना में आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • Udhyam Certificate, जो कि व्यवसायिक सरचना की पहचान के रूप में काम आता है।
  • Project Report, इसमें प्लान, प्रकिया और लक्ष्यों की और हो।
  • Business Details, इसमें नाम, पता, संपर्क जानकारी, और आधिकारिक दस्तावेज़।
  • Income Certificate, जो कि उद्यम की वित्तीय स्थिति को साबित करता है।
  • Caste Certificate, जो दलित और आदिवासी होने का प्रमाण पत्र होता है।
  • Bank Account Details, जिसमें खाता संख्या, बैंक का नाम, और IFSC कोड शामिल होता है।
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