भिवाड़ी कमलेश ज्वेलर्स के मालिक की हत्या-लूट के मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बदमाश को हरियाणा के हांसी से पकड़ा था। वारदात में उसी की कार इस्तेमाल हुई थी। हरियाणा से भिवाड़ी लाते समय उसने टॉयलेट के बहाने से गाड़ी से उतरकर भागने का प्रयास किया, लेकिन भागते समय उसका पैर गड्डे से टकराकर गिर गया। उसका पैर में फ्रैक्चर हो गया। उसका भिवाड़ी जिले में इलाज कराया गया। ज्वेलर्स के लूटपाट में दो आरोपी पकड़े जा चुके है।
तिजारा के डीएसपी शिवराज सिंह ने बताया
तिजारा के डीएसपी शिवराज सिंह ने बताया कि जयपुर ग्रामीण डीएसपी इंचार्ज मुकेश की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद हांसी (हरियाणा) से अनिल (30) पुत्र हरिओम निवासी इंद्रा कॉलोनी से गिरफ्तार किया। उससे वारदात में इस्तेमाल कार बरामद हुई। अनिल को भिवाड़ी लाते समय टॉयलेट का बहाने गाड़ी से उतरा और सुरक्षा के साथ गए दो पुलिसकर्मी को धक्का देकर भाग छूटा। पुलिसकर्मी उसके पीछे बह्गे तो वह गड्डे में गिर गया। उसके बाद उसे अस्पताल ले गए, जहा डॉक्टर ने उसका पैर में फ्रैक्चर बताया। अनिल का इलाज अस्पताल में चल रहा है। किसी को भी अस्पताल के आसपास नहीं आने और जाने दिया जा रहा है। पुलिस ने पहले एक आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी थी।
दिल्ली में गिरफ्तार हुआ था पहला आरोपी
ज्वेलर्स के मामले में भिवाड़ी पुलिस ने बदली (दिल्ली) के रहने वाले प्रीत उर्फ गोलू को गिरफ्तार किया। घटना के बाद प्रीत दिल्ली में छुपा हुआ था। पुलिस ने उसे वही पकड़ा और भिवाड़ी लाया गया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने उसे 7 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा।
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बदमाश को पकड़ने में उसके चाचा ने ही सहयोग किया था। चाचा दिल्ली में सब इंस्पेक्टर है। फोटो वायरल होने के बाद भिवाड़ी पुलिस को बामश की सूचना दी थी।
लग्जरी लाइफ जीने के लिए लूटपाट करते थे
पुलिस ने आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि वह आरोपी लग्जरी लाइफ जीना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने बड़ी लूट का प्लान बनाया था। उनके टारगेट पर राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर से लगते इलाके थे, क्योंकि यहां से भागकर आसानी से इंटर स्टेट बॉर्डर क्रॉस किया जा सकता है। इसलिए बदमाशों ने भिवाड़ी को चुना।
ऐसे इलाको में वारदात के बाद राजस्थान पुलिस को बदमाशों का पीछा करने के लिए दूसरे राज्य की पुलिस की मदद लेनी पड़ती है। जब तक दोनों राज्यों की पुलिस में कम्युनिकेशन होता है, जब तक बदमाश सुरक्षित जगह पर पहुंच जाते है।