सरिस्का बफर जोन ने निकला टाइगर एसटी-2303 हरियाणा के बाधोज के जंगलों से निकलकर कोटकासिम के भगाना गांव पहुंच गया। ग्रामीण सुबह जब खेतों में निकले तो टाइगर के पंजो के निशान मिले। लोगों ने तुरंत ही वन विभाग की टीम को सुचना दी। अलवर सरिस्का रेंजर शंकर सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे और पुरे मामले की जानकारी कर रहे है। अलवर सरिस्का रेंजर शंकर सिंह शेखावत ने पगमागों के आधार पर टाइगर के होने की पुष्टि की। वही मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सभी ग्रामीणों को सर्तक रहने की सलाह दी और खेतों में अकेला नहीं जाने दिया जा रहा।
भगाना गांव के अध्यक्ष कपिल ने बताया
भगाना गांव के अध्यक्ष कपिल ने बताया कि गांव के बाहर उन्होंने अपने खेत में लोकी बो रखी है। जब वह खेत में देखने गए तो पास में ही खाली खेत में खेड़ा पेड़ के पास टाइगर के पग मार्ग नजर आए। उन पग को देखकर शक हुआ तो उन्होंने तुरंत ही ग्रामीणों को सूचना दी और वन विभाग की टीम को भी सूचना दी गई।
वन विभाग की टीम टाइगर को ढूंढ रही है
टाइगर की सुचना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई और अलवर से पहुंची वन विभाग की टीम ने पगमार्क देखकर टाइगर के होने की पुष्टि की।
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फिलहाल, टाइगर बाजरे की खड़ी फसल में बताया जा रहा है। वन विभाग की टीम ने खेत को चारों तरफ से घेर लिया और टाइगर का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
अलवर सरिस्का रेंजर शंकर सिंह शेखावत ने बताया
उन्होंने ने बताया कि गत 5 दिनों से टाइगर का मूवमेंट हरियाणा के बाधोज के जंगलो में देखा गया था। लेकिन कोटकासिम के भगाना गांव में टाइगर के मूवमेंट की सुचना मिली थी। मौके पर जाकर देखा तो टाइगर के पग मार्क मिले थे। टाइगर का मोमेंट भगाना गांव के खेतों में ही है और ग्रामीणों को सावधान रहने की सलाह दी गई।