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जलभराव की समस्या को लेकर व्यापारियों ने सड़क बीच लगाया जाम, SDM पहुंचे जाम खुलवाया

भिवाड़ी में जलभराव की गंभीर समस्या न्यूज़

भिवाड़ी के आधे घंटे की बारिश ने एक बार फिर जलभराव की गंभीर समस्या पैदा कर दी। भगत सिंह कॉलोनी और भिवाड़ी बायपास पूरी तरह से जलमगन हो गए, जिससे यातायात बाधित हो गया और स्थानीय दुकानदारों का गुस्सा फुट पड़ा। जलभराव की समस्या को लेकर भिवाड़ी बाइपास को पत्थर और बैरिकेड्स से जाम कर दिया। इस दौरान डीएसपी ने लोगो को जबरदस्ती उठाने का प्रयास किया तो पुलिस के साथ झड़प की स्थिति बन गई। मौके पर पहुंचे SDM ने आश्वासन के बाद जाम खुलवाया।

दुकानदारों ने सड़क के बीच लगाया जाम

भगत सिंह कॉलोनी और भिवाड़ी बाइपास पूरी तरह से जलमगन हो गए, जहां पानी की गहराई तीन फ़ीट से अधिक हो गई। इस जलभराव के कारण दोपहिया वाहनों का चलना तो दूर, कार भी पानी में फंस गई। जलभराव से परेशान होकर भगत सिंह कॉलोनी और सुखम टावर के दुकानदारों ने सड़क बीच पोल गिराकर विरोध जताया और नेशनल हाईवे 919 को जाम कर दिया। इस जाम के कारण हाईवे पर लंबा जाम लग गया। व्यपारियों ने भिवाड़ी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मामले की सूचना लगते ही भिवाड़ी थाना अधिकारी देवेंद्र प्रसाद शर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची और व्यपारियों को समझाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया। लेकिन व्यापारी बीड़ा के अधिकारी सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर बुलाने की बात पर अड़े रहे।

पुलिस और व्यपारियों में हुआ झगड़ा

पुलिस और दुकानदारों के बीच हुआ झगड़ा। दुकानदारों ने पुलिस कर्मियों पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया। थाना अधिकारी देवेंद्र प्रसाद शर्मा के साथ भारी पुलिस तैनात पर रही। इसी दौरान धरना स्थल पर जाम लगाकर बैठे कुछ व्यापारियों को डीएसपी मुकेश कुमार ने जबरदस्ती उठाया, जिससे व्यापारियों और डीएसपी के बीच नोक-झोंक हो गई। व्यापारियों की मांग पर मौके पर बुलाए गए टपूकड़ा एसडीएम सत्यनारायण सुथार ने व्यापारियों को पानी निकासी का जल्द आश्वासन देकर जाम को खुलवाया।

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व्यपारियो ने भगत सिंह कॉलोनी और भिवाड़ी बाइपास से भरे पानी को पूरी तरह से निकालने और भविष्य में जलभराव से बचने के लिए समुचित व्यवस्था करने की मांग की। एसडीएम सत्यनारायण सुथार ने उच्च अधिकारियों से बात कर इस समस्या का स्थायी समाधान सनिश्चित करने का आश्वासन दिया।

लोगो ने लगाया भ्र्ष्टाचार का आरोप

ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने जल निकासी के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा। बीड़ा, नगर परिषद, रीको और अन्य विभागों में भ्र्ष्टाचार का आरोप लगाए और लोगो ने सरकार द्वारा लगाए गए फंड की जांच की मांग की।

हरियाणा के पूर्व सीएम भी ले चुके है जायजा

करीब डेढ़ साल पहले धारूहेड़ा प्रशासन ने राजस्थान-हरियाणा सीमा पर नेशनल हाईवे 919 पर चार फ़ीट का रैंप बनाकर पानी को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन इसके परिणामस्वरूप हाईवे बंद हो गया और यहां पानी जमा हो गया। हरियाणा और राजस्थान के अधिकारियों के बीच कई उच्च स्तरीय बैठक हो चुकी थी और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी इस स्थिति का जायजा लेने आ चुके थे।

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