पवन खटाना का जन्म बुरहेड़ा, टपूकड़ा में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल से प्राप्त की और इसके बाद एचएस होशियार पब्लिक स्कूल से अपनी शिक्षा पूरी की। सीनियर सेकेंडरी की पढ़ाई उन्होंने सरकारी स्कूल टपूकड़ा से की। इसके बाद, पवन ने पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी, जालंधर से बीएससी (MLT) की डिग्री प्राप्त की। शिक्षा के प्रति उनकी लगन को देखते हुए, उन्होंने सनराइज यूनिवर्सिटी, अलवर से बी. ए. किया और वर्तमान में एलएलबी की पढ़ाई कर रहे है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि और व्यवसायिक यात्रा
पवन खटाना के पिता किसान है और माता गृहिणी है। उनका विवाह 2014 में श्रीमती अनिता देवी से हुआ। उनके एक बेटा और एक बेटी है, जो अभी पढ़ाई कर रहे है। शादी से पहले, पवन ने बीएलडी लैब का संचालन किया और विवाह के बाद, उन्होंने बीएलडी लैब को नई दिशा दी। 2014 में, उन्होंने रॉयल डायगनोस्टिक सेंटर टपूकड़ा में अपनी पहली बड़ी शाखा खोली।
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इसके बाद, 2017 में उन्होंने रॉयल पैरामेडिकल कॉलेज की स्थापना की, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में मेडिकल स्टाफ की कमी को पूरा करना और लोगों को मेडिकल क्षेत्र में जागरूक करना था। अलवर में उन्होंने “मरुधरा शिक्षण संस्थान” के नाम से एक कॉलेज स्थापित किया, जो सैकड़ों युवाओं को रोजगार देने का कार्य कर रहा है।
पर्यावरणीय और सामाजिक योगदान
पवन खटाना ने 2017 से अब तक 17,000 से अधिक पेड़ लगाए है और लोगों को भी इस दिशा में प्रेरित किया है। उनका मानना है कि पर्यावरण की रक्षा करना आज की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों में से एक है। उन्होंने अपनी शाखाओं और कार्यक्रमों में लोगों को वृक्षारोपण की महत्वपूर्णता समझाई और उन्हें सक्रिय रूप से इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
राजनितिक और सामाजिक सक्रियता
पवन खटाना गुर्जर समाज से संबंधित है, लेकिन उन्होंने निजी व्यवसाय को प्राथमिकता दी और इसमें सफलता प्राप्त की। उन्होंने युवाओं को उघमिता के प्रति प्रोत्साहित किया और उन्हें अपने व्यवसाय में सक्रिय रूप से शामिल किया। उनके प्रयासों से कई युवाओं को रोजगार और अवसर मिले है। राजनितिक दृष्टिकोण से, पवन जिला अध्यक्ष युवा कांग्रेस और पूर्व में विधानसभा तिजारा के अध्यक्ष रह चुके है। जो उनकी सामाजिक और राजनितिक सक्रियता को दर्शाता है।
सम्मान और उपलब्धियाँ
पूर्व में जिला कलेक्टर अलवर ने भी पवन खटाना को युवाओं में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया है। उनके द्वारा संचालित नम्या गर्ग अल्ट्रासाउंड एंड मैटरनिटी सेंटर कोटकासिम में भी उनकी सेवाएँ उल्लेखनीय है।
भविष्य की दिशा
पवन खटाना की यह यात्रा न केवल उनकी व्यक्तिगत मेहनत और समर्पण की कहानी है, बल्कि यह एक प्रेरणा भी है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी शिक्षा, व्यवसाय और समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकता है। उनके संघर्ष और उपलब्धियों ने यह सिध्द कर दिया है कि समर्पण और मेहनत से किसी भी क्षेत्र में सफलता पाई जा सकती है।