भिवाड़ी मूल स्थापना से आज तक, 900 सालों में काफी बदल गया है। भिवाड़ी राजस्थान राज्य के अलवर जिले में स्थित हैं और इस शहर का इतिहास काफी पुराना है। जिस भिवाड़ी को लगभग 900 साल पहले बसाया गया था, आज वह पूरा बदल चुका है। पिछले कुछ सालों में भिवाड़ी में विकास काफी तेजी से हो रहा है। राजस्थान का प्रवेश द्वार कहा जाने वाला भिवाड़ी दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए काफी आकर्षक जगह बनती जा रही है। आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए भिवाड़ी शहर के बारे में बताने वाले हैं। जिसकी शुरुआत 900 साल पहले एक छोटे से गांव के रूप में हुई थी। इन 900 साल में bhiwadi कितना बदल गया है, आइए एक नजर में देख लेते हैं।
भिवाड़ी (Bhiwadi)
900 साल पहले भिवाड़ी की हुई थी स्थापना जिस भिवाड़ी शहर को आज भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में जाना जाता है, दरअसल इसकी शुरुआत एक छोटे से गांव के रूप में हुई थी। भंवर सिंह के द्वारा लगभग 900 साल पहले भिवाड़ी को एक गांव के रूप में बसाया गया था। कहां जाता है कि तंवर गोत्र के परिवार जोधपुर के पास तंबू नगर से हस्तिनापुर, हस्तिनापुर से इंद्रप्रस्थ, इंद्रप्रस्थ से पलवल के पास कारना गांव से आए थे। कारना गांव से आए भंवरा ने bhiwadi को बसाया था।
जिस समय भिवाड़ी पर अंग्रेजों ने कब्जा किया था, उससे पहले bhiwadi अलवर राजा के अधीन थी। भिवाड़ी के एक तरफ पंजाब की रियासत तो दूसरी तरफ पटौदी की सीमा लगती थी। जब अंग्रेजों ने आक्रमण किया, तो पंजाब और पटौदी को अपने अधिकार क्षेत्र में मिला लिया था। इसके बाद काफी समय तक bhiwadi पर अंग्रेजों का ही राज रहा था।
1773 में भिवाड़ी की सबसे बड़ी हवेली बनाई गई थी। Bhiwadi में बरसों से रह रहे लोगों का कहना है कि साल 1773 में भिवाड़ी में सबसे बड़ी और शानदार हवेली का निर्माण किया गया था। इस हवेली को बनाने के लिए लगभग 13 साल का समय लगा था। अब आप यह सोच रहे होंगे कि ऐसा इस हवेली में क्या खास है, जो इतने वर्ष इस हवेली को बनाने में लगे ।
दरअसल चूने को सिलबट्टे पर पीसकर इस हवेली का निर्माण किया गया था। हवेली के अंदर लगभग 40 कमरे हैं। इस हवेली की सबसे ऊपरी मंजिल पर फायरिंग रेंज भी बनाई गई है। कहा जाता है कि उस समय जब फायरिंग की नौबत आती थी, तो हवेली की सबसे ऊपरी छोर के फायरिंग पॉइंट से ही फायरिंग की जाती थी ।
Bhiwadi के तीनों तरफ से हरियाणा से घिरे होने के कारण बड़े राजा, योद्धाओं और शासको की नजर भिवाड़ी पर रहती थी और बहुत बार भिवाड़ी पर कब्जा करने के लिए तरह-तरह से आक्रमण भी किए गए थे।
भारत के बड़े औद्योगिक क्षेत्र में से एक है भिवाड़ी। पहले तो भिवाड़ी को एक छोटे से गांव के रूप में ही माना जाता था, लेकिन जैसे-जैसे समय बदला वैसे-वैसे भिवाड़ी में विकास के मार्ग भी खुलते चले गए। साल 1965 में दिल्ली जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग का काम जब शुरू हुआ, तो मानो bhiwadi के विकास को पंख लग गए।
यही वह दौर था, जब भिवाड़ी को भी विकसित शहर के रूप में देखा जाने लगा। साल 1974 तक भिवाड़ी में कई तरह की कंपनियां भी शुरू हो गई, जिसके कारण धीरे-धीरे bhiwadi को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में जाना जाने लगा।
रिपोर्ट के मुताबिक साल 1974 में, बीसीसीआई के अध्यक्ष रामनारायण चौधरी औद्योगिक प्लांट देखने आए थे। पहला प्लांट एसपीएल 1974 में उन्हें आवंटित किया गया। रिपोर्ट के अनुसार लगभग 47 सालों में भिवाड़ी में बड़ी 14 इंडस्ट्री बनाई जा चुकी है। 4500 से अधिक उद्योगों में 300000 से अधिक कामगार भी जुड़ चुके हैं। आज के समय में बड़ी से बड़ी इंटरनेशनल कंपनियों का ठिकाना bhiwadi क्षेत्र को जाना जाने लगा है। दूसरे राज्यों से भी रोजगार की तलाश में हजारों लोग यहां पर आते हैं।
Bhiwadi शहर आज किसी की पहचान की मोहताज नहीं है। भारत में राजस्थान राज्य का भिवाड़ी क्षेत्र काफी बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बन चुका है। यहां पर लगभग 4000 कंपनियां अब बन चुकी हैं। भिवाड़ी में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तर की कंपनियां है। यहां पर दो पहिया वाहन और चार पहिया वाहन के पार्ट्स बनाने वाली कंपनियां तो है, ही इसी के साथ-साथ ट्रैक्टर के पार्ट्स बनाने की भी कंपनी है।
भिवाड़ी को ऑटोमोबाइल कंपनी का हब भी माना जाता है। इसके अलावा भिवाड़ी क्षेत्र के आसपास मारुति, हीरो होंडा, महिंद्रा और टीवीएस जैसी काफी बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां भी बन चुकी है। भिवाड़ी में बड़े स्तर पर ऑटो पार्ट्स का कारोबार भी होता है। रोज हजारों मजदूर रोजगार की तलाश में भिवाड़ी आते हैं। लेकिन जब कोरोना काल हुआ था, तो उसे समय bhiwadi पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ा था। लेकिन कोरोना काल के पश्चात अब फिर से भिवाड़ी उसी ट्रैक पर वापस आ चुका है।
भिवाड़ी को राजस्थान की कुबेर नगरी भी कहा जाता है भिवाड़ी को राजस्थान की कुबेर नगरी इसलिए कहा जाता है, क्योंकि भिवाड़ी में काफी अधिक संख्या में स्टील मिल और भटिया बनी हुई है। अगर छोटे कारखाने की बात करें, तो हजारों की संख्या में यहां पर छोटे कारखाने बने हुए हैं। bhiwadi औद्योगिक नगरी है। इसीलिए सबसे अधिक राजस्व भी राजस्थान को यहीं से मिलता है।
जैसे-जैसे समय बीत रहा है, वैसे-वैसे भिवाड़ी रियल एस्टेट बिजनेस के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। अगर आप कुछ साल पहले भिवाड़ी आए थे और अब आप अगर भिवाड़ी जाएंगे, तो एक बार जमीनों के रेट पता जरूर करना। यहां पर अब जमीनों के रेट आसमान छू रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि भिवाड़ी में अधिकतर बड़ी कंपनियों और कारखाने बन चुके है, जिसके कारण जमीन का रेट भी काफी बढ़ गया है। Bhiwadi में आपको रहने के लिए सारी सुख सुविधा मिल जाएगी।
भिवाड़ी को औद्योगिक नगरी तो कहा ही जाता है, लेकिन भिवाड़ी में कुछ ऐसे पर्यटन स्थल भी है, जहां पर जाकर आपको काफी ज्यादा अच्छा लगेगा। भिवाड़ी शहर हरियाणा और राजस्थान की सीमा पर स्थित है। Bhiwadi से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर अलवर शहर स्थित है, जो बेहद खूबसूरत है। अलवर में आपको ऐतिहासिक वास्तुकला का उदाहरण भी मिल जाएंगे।
अलवर में भी आपको घूमने के लिए काफी प्रसिद्ध स्थान मिल जाएंगे। भिवाड़ी से लगभग 29 किलोमीटर की दूरी पर मानेसर स्थित है। यह गुरुग्राम का एक औद्योगिक शहर माना जाता है। मानेसर में भी आपको काफी बड़े रिसॉर्ट और विरासत स्थल देखने को मिलेंगे। भिवाड़ी शहर में आप झीलों का लुफ्त भी उठा सकते हैं। भिवाड़ी की सबसे प्रसिद्ध झील सिली सेढ झील को माना जाता है। भिवाड़ी में झील के अलावा कई बड़े महल भी हैं, जो काफी आकर्षित लगते हैं।
सुल्तानपुर पक्षी अभ्यारण का नाम तो आपने सुना ही होगा। यह अलवर जिला के सुल्तानपुर गांव के पास स्थित भिवाड़ी शहर से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आप अपने परिवार के साथ यहां आएंगे, तो आपको काफी अच्छा लगेगा। यहां पर अलग-अलग प्रकार के पक्षी भी आपको देखने को मिल जाएंगे। राजस्थान राज्य के अलवर जिले का भिवाड़ी क्षेत्र चारों ओर से झीलो से घिरा हुआ है।
इसलिए यहां पर आपको जयसमंद झील भी देखने को मिलेगी। जो काफी खूबसूरत है। भिवाड़ी से लगभग 88 किलोमीटर की दूरी पर विजय मंदिर पैलेस स्थित है, जहां पर घूमने के लिए लोग हर साल आते हैं। इसे खूबसूरत वास्तुकला का नमूना माना जाता है। इस पैलेस में लगभग 105 कमरे हैं।
भिवाड़ी का पिन कोड (Bhiwadi pin code)
भारत के राजस्थान राज्य के अलवर जिले में स्थित bhiwadi का पिन कोड 301019 हैं।
भिवाड़ी का मौसम (Bhiwadi weather)
Bhiwadi में गर्मियों की शुरुआत जून के महीने से हो जाती हैं और सितम्बर तक गर्मियां रहती हैं। यदि आप भिवाड़ी घूमने के लिए सोच रहे है तो आप मार्च में या सितम्बर के बाद जब यहाँ पर अनुकूलित मौसम रहता है तब आ सकते हैं।
भिवाड़ी का औसत सालाना तापमान 25°C के लगभग रिकॉर्ड किया गया हैं। पुरे साल भर में भिवाड़ी में वर्षा कम ही होती है। यहाँ लगभग साल भर में 22.4 इंच वर्षा होती हैं।
भिवाड़ी का तापमान (Bhiwadi temperature)
भिवाड़ी में लगभग 2.7 महीनो तक का मौसम गर्म रहता हैं। लगभग 15 अप्रैल से 6 जुलाई तक, रोजाना का उच्चतम औसत तापमान 36°C से ऊपर रहता हैं। भिवाड़ी में साल का सबसे गर्म महीना जून का रहता हैं जिसमे औसत अधिकतम तापमान 39°C और न्यूनतम तापमान 28°C रहता है।
भिवाड़ी में ठण्ड का मौसम लगभग 2.2 महीनो का रहता हैं। इस दौरान 8 दिसंबर से 15 फरवरी तक दिन का औसत उच्च तापमान 23°C से कम होता है। भिवाड़ी में साल का सबसे ठंडा महीना जनवरी है जिसमे औसत न्यूनतम तापमान 8°C और अधिकतम तापमान 20°C रहता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी दी है कि किस प्रकार से भिवाड़ी की स्थापना एक छोटे से गांव के रूप में हुई थी, लेकिन कई साल बीत जाने के पश्चात आज bhiwadi शहर अपनी एक पहचान बन चुका है ।
हम उम्मीद करते हैं कि भिवाड़ी शहर से संबंधित जानकारी आपको पसंद आई होगी। इस पोस्ट को अन्य लोगों के साथ भी शेयर करना ताकि उन्हें भी भिवाड़ी के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल सके।