पश्चिम बंगाल के आरजीकार मेडिकल कॉलेज कलकत्ता में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर उसकी निर्मम हत्या करने और उसके बाद इस अमानवीय घटना से परेशान होकर शांति पूर्ण तरीके से न्याय की मांग कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स पर रात को भीड़ द्वारा किए गए जानलेवा हमले के विरोध में ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर्स (AIFGDA) के द्वारा पुरे देश में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शित करने का निर्णय लिया।
डॉक्टरों ने मरीजों को नहीं देखा और जारी रखी हड़ताल
अस्पताल में सीनियर व जूनियर रेजिडेंट डाक्टरों ने अपनी हड़ताल जारी रखी। भारत के राजकीय अस्पतालों में सुबह 8 बजे से लेकर 9 बजे तक कोई भी रेजिडेंट डाक्टर मरीजों को नहीं देखा जाएगा। भिवाड़ी में सभी डॉक्टर ने 2 घंटे के ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों को रेजिडेंट डाक्टरों ने देखना बंद कर दिया, जिससे अस्पताल में मरीजों को इधर-उधर भटकते नजर आए।
भिवाड़ी जिला अस्पताल के डॉक्टर प्रभारी डॉक्टर केके शर्मा नेबताया कि यहां पर रेजिडेंट डॉक्टर तो नहीं है, लेकिन अरिस्दा से संबंध रखने वाले सभी डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। जिला अस्पताल में करीब 20 डॉक्टर का स्टाफ है। यह स्टाफ एक घंटे के लिए ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों को को छोड़कर हड़ताल पर रहेंगे।
न्याय की मांग कर रहे डॉक्टर
अखिल राजस्थान सेवारत डॉक्टर्स संघ (अरिस्दा) के अध्यक्ष डॉ अजय चौधरी ने निर्णय लिया कि डॉक्टर द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन में वो शामिल होंगे और चिकित्सा के साथ हुए अपराधी को गिरफ्तार करने की मांग करेंगे। दिवंगत चिकित्सक को न्याय मिले और सभी चिकित्स्कों के कार्य स्थल पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की मांग की जाएगी।
कोलकाता में डॉक्टर का मर्डर
कोलकाता के लालबाजार में स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ 8 अगस्त 2024 को दरमियानी रात में दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। मृतका मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। जूनियर डॉक्टर 8 अगस्त 2024 को रात में ड्यूटी दे रही थी। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ रात में डिनर भी किया था।
जूनियर डॉक्टर का कैसे मर्डर हुआ
अगले दिन मेडिकल कॉलेज में चौथी मंजिल पर बने सेमिनार हॉल में डॉक्टर का अर्धनग्न अवस्था में शव मिला। शव के पास से उसका फ़ोन और लैपटॉप मिला। शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की पूर्व छात्रा डॉ. सुवर्णा गोस्वामी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखी और कहा कि इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई बार पेनिट्रेशन की संभावना जताई गई है। डॉक्टर ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उसके साथ एक से अधिक बार दुष्कर्म किया गया। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि अपराध के दौरान एक से अधिक लोग मौजूद थे। हत्या से पहले जूनियर डॉक्टर को मारा-पिटा था। वहीं अस्पताल प्रबंधन ने डॉक्टर के परिजनों को आत्महत्या की सूचना दी। डॉक्टर का परिवार घटनास्थल पर पहुंचा तो उनके पिता ने दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया।
जूनियर डॉक्टर की हत्या करने वाला आरोपी गिरफ्तार
एसआईटी ने रात को अस्पताल में तैनात एक सिविक वालंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया। आरोपी ब्लूटूथ हेडफोन के टूटे तार से पकड़ा गया था जो पुलिस को सेमिनार कक्ष में गिरा मिला था। जूनियर डॉक्टर की हत्या करने वाला आरोपी संजय रॉय था। जिसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर जूनियर डॉक्टर के साथ बहुत गलत किया।
पुलिस ने सबूत मिटाने की साज़िश
जूनियर डॉक्टर के साथ जो हुआ, उसको लेकर केस सीबीआई को सौंप दिया गया। डॉक्टर जो आंदोलन कर रहे उन्होंने पुलिस पर इलजाम लगाया है कि पुलिस ने सबूत मिटाने की साज़िश रची थी। उनका इलजाम यह है कि अस्पताल की जिस तीसरी मंजिल के सेमिनार हॉल में जूनियर डाक्टर को मारा गया उस फ्लोर तक को पुलिस ने सील नहीं किया, बल्कि उसी फ्लोर और सेमिनार हॉल के बराबर में तोड़-फोड़ और मरम्मत का काम शुरू कर दिया। मिडिया के कैमरे में कैद इन तस्वीर से साफ है। कोलकाता पुलिस ने सेमिनार हॉल सील नहीं करा, जबकि ऐसे केस में बहुत जरुरी है। सेमिनार हॉल में गद्दे, टेबल, बेंच, मशीन के साथ-साथ लकड़ी और प्लास्टिक की लाल कुर्सियां भी नजर आ रही हैं। कोलकाता हाई कोर्ट ने केस पुलिस से सीबीआई को सौंप दिया। आरोपी संजय रॉय को कोलकाता पुलिस ने कस्टडी से निकाल कर सीबीआई को सौंप दिया है।
भिवाड़ी संस्थाओ ने निकली कैंडल मार्च
कोलकाता में एक रेजिडेंट महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और उसकी निर्मम हत्या के विरोध में अब भिवाड़ी में भी गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है। चिकित्सा के साथ-साथ शहर की विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं भी इस घटना के विरोध उतर आई। रोटरेक्ट क्लब ऑफ़ भिवाड़ी ने करीब एक दर्जन संस्थाओ के साथ मिलकर संयुक्त कैंडल मार्च का आयोजन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिला और पुरुष अपने हाथो से जलती हुई कैंडल लेकर इस मार्च में शामिल हुए।
भिवाड़ी में रैली किस-किस जगह निकली
मार्च की शुरुआत शहर की कृष वाटिका सोसायटी से हुई, जहा पर सभी लोग लाइन में रैली के रूप कजारिया ग्रीन सोसाइटी तक पहुंचे।
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भिवाड़ी बाइपास पर निकाले गए इस कैंडल मार्च का उद्देश्य महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार के खिलाफ समाज की एकजुटता का संदेश देना था। कैंडल मार्च के समापन पर कजरिया ग्रीन सोसाइटी ने मृतक महिला चिकित्सक की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
भिवाड़ी रोटरी क्लब अध्यक्ष नीरज झालानी ने कहा
कोलकाता में एक रेजिडेंट महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या ने पुरे समाज को झकझोर कर रख दिया। अब हमारी बहन और बेटियां समाज में कही भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रही। नीरज झालानी ने सरकार से अपील की कि वह समाज महिलाओ की सुरक्षा की गारंटी दे और अपराध के दोषियों की जल्दी गिरफ्तार कर फांसी की सजा दिलवाए। साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओ को रोकने के लिए सरकार कड़े कदम उठाने चाहिए।
कैंडल मार्च में कौन-कौन संस्थाएं शामिल थी
इस कैंडल मार्च में रोटरेक्ट क्लब भिवाड़ी, रोटरी क्लब ऑफ़ भिवाड़ी, रोटकी शक्ति, रोटरी क्लब ग्रेटर, इनर व्हील क्लब परिषद, RWA कजारिया ग्रीन्स, नाहटा फाउंडेशन, बंगाली समाज, मारवाड़ी समाज और वैश्य महासंघ भिवाड़ी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल रहे।