भिवाड़ी यूआईटी थानाधिकारी सत्यनारायण ने थाने में बंद एक वकील के भाई के साथ मारपीट की और उसे जेल से छोड़ने के लिए 50 हजार रूपये की रिश्वत मांगी। साथ ही थानाधिकारी ने वकील के साथ अभद्र व्यवहार भी किया, इसलिए सभी वकीलों ने यूआईटी थाना के सामने धरना पर बैठ गए। वकील ने यूआईटी थानाधिकारी सत्यनारायण को सस्पेंड करने की मांग कर रहे थे। इसको लेकर वकीलों ने भिवाड़ी एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी को लिखित शिकायत भी दी। जिसमे उन्होंने थानाधिकारी पर रिश्वत मांगने और वकील के भाई को लॉकअप में बंद करने और वकील के साथ अभद्र व्यवहार करने की बात कही।
पुलिस ने वकील के भाई के खिलाफ कार्यवाही
पुलिस ने एक महिला हेड कॉन्स्टेबल से वकील राहुल खान के भाई शरीफ के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करवाया और उनको गिरफ्तार कर लॉकअप में बंद कर दिया। यह मामला जब वकीलों को पता चला, तो उन्होंने यूआईटी थाना के सामने धरना करने का फैसला किया और सभी वकीलों ने धरना स्थल पर भोजन किया।
वकीलों की मांग
एएसपी अतुल साहू ने धरना स्थल पर पहुंचकर मामले को शांत कराने की अपील की। वकीलों ने कहा कि पुरे मामले की अच्छे से जाँच होनी चाहिए, महिला कॉन्स्टेबल द्वारा दर्ज कराए गए झूठे मामले को वापस लिया जाए और पेट्रोल पंप पर हुई लूट व मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
एएसपी ने सभी मांगो को मानते हुए उच्च स्तरीय जाँच और कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद वकीलों ने धरना समाप्त कर दिया।
भिवाड़ी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राकेश दायमा ने बताया
उन्होंने बताया कि एएसपी ने थानाधिकारी सत्यनारायण के खिलाफ विभागीय जाँच कराने, पेट्रोल पंप पर लूट के मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने और महिला कॉन्टेबल द्वारा दर्ज कराए गए मामले में एफआर लगाने का आश्वासन दिया है।
एएसपी अतुल साहू ने बताया
उन्होंने बताया कि नायरा पेट्रोल पंप पर हुई झगडे की घटना को लेकर वकील का भाई यूआईटी थाने में शिकायत दर्ज कराने आया था। जाँच के दौरान कुछ ग़लतफ़हमी हो गई, जिसके चलते विवाद उत्पन्न हुआ। एसपी के निर्देश पर मामले की उच्च स्तरीय जाँच की जाएगी और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुसार कार्रवाई होगी।