भिवाड़ी में अलवर बाइपास पर वी-स्क्वायर मॉल के सामने से चार बदमाश ने एक उद्यमी को हथियार के बल पर बंधक बनाकर ले गए थे। जो उसकी कार लूटकर फरार हो गए थे। थाना में मामले दर्ज होने के बाद भी पुलिस के 48 घंटे बाद भी हाथ खाली हैं। जबकि पीड़ित को वारदात के दौरान बदमाशों ने कहा था कि 20-25 दिन में कार वापस कर जायेंगे। लेकिन अभी तक उनकी कार वापस नहीं आई। वारदात से यह प्रतीत हो रहा है कि बदमाशों ने किसी अन्य वारदात को अंजाम देने के लिए कार लूटी थी।
पीड़ित सतीश ने बताया
बदमाश करीब 45 मिनट तक उसे हरियाणा राजस्थान के बॉर्डर वाले इलाके में लेकर घूमते रहे। दो-तीन चक्कर उन्होंने अलवर बाइपास के भी लगाए थे। इस दौरान बदमाशों ने उनकी जानकारी ली और उनके काम से लेकर उसकी ससुराल तक पूछा। उन्होंने जेब में रुपयों के बारे में पूछने पर सो रूपये होना बताया। जिस पर उन्होंने उद्यमी के होने पर तंज कसा। बाद में उन्होंने सतीश से खाने के लिए पूछा।
बदमाशों ने सतीश से कहा
उन्होंने कहा कि अगर गाड़ी में कोई कीमती सामान है, तो वह ले सकता है। गाड़ी में राखी चैकबुक सतीश को दे दी। आखिर में बदमाश उसे दिलासा देते हुए बोले कि 20-25 दिन में उसकी गाड़ी को कहीं छोड़ जाएंगे, लेकिन कोई होशयारी मत दिखाना। बदमशों ने सतीश को गाड़ी से नीचे उतारते समय उन्होंने पिस्टल लगा दी। जो बदमाश गाड़ी चला रहा उसने रोका और कहा जाने दे शरीफ आदमी है।
बदमाश हर रास्ते से वाकिफ थे
बदमश आसपास के इलाकों से अच्छी तरह वाकिफ थे। उन्हें भिवाड़ी के मुख्य रास्ते के अलावा हरियाणा आने-जाने वाले हरेक कच्चे रास्ते के बारे में अच्छी तरह मालूम था कि कौन-सा रास्ता कहा से निकलता है।
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उनके बात करने का तरीका भी अलग था। सभी बदमाशों की उम्र 25 से 30 के बीच थी। तीन बदमश सतीश के साथ गाड़ी में थे, जबकि चौथा बदमाश दूसरी गाड़ी के पीछे-पीछे था।
पुलिस देर रात तक पीड़ित के साथ घूमती रही
इस मामले को लेकर पड़ताल में जुटी भिवाड़ी पुलिस और देर रात तक पीड़ित को लेकर घूमती रही है। पीडि़त के साथ पुलिस ने कई जगहों के सीसीटीवी भी खंगाले। ताकि बदमाशों के बारे में कोई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लग सके। लेकिन बदमाश के संबंध में कोई चीज हाथ नहीं लगी। एक दो सीसीटीवी में लूटी गई कार को ले जाते हुए बदमाश दिख रहे हैं। लेकिन उनकी क्वालिटी इतनी बेहतर नहीं है कि बदमाशों को पकड़ा जा सके।