कोटकासिम क्षेत्र के बिलियावास गांव में संचालित शराब गोदाम के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन के बाद, जिला आबकारी अधिकारी बहरोड़ ने शराब गोदाम की लोकेशन का लाइसेंस निरस्त करने के आदेश जारी कर दिए है। संचालित शराब गोदाम को तुरंत प्रभाव से हटाने के लिए भिवाड़ी आबकारी निरीक्षक को भी आदेश दिए गए है।
ग्रामीण लोगो ने कराया शराब गोदाम का लाइसेंस रद्द
बिलियावास गांव के खसरा नंबर 213 पर स्थित शराब गोदाम को देसी शराब की दुकानों पर शराब सप्लाई के लिए स्वीकृत किया गया था। ग्रामीणों ने गोदाम को हटाने के लिए जिला कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिए थे और मौके पर भी भारी विरोध प्रदर्शन किया था। इस स्थिति को देखते हुए गोदाम की लोकेशन को तुरंत प्रभाव से निरस्त कर दिया गया। आबकारी निरीक्षक भिवाड़ी को निर्देशित किया गया कि वे बिलियावास गांव में स्थित गोदाम का संचालन बंद कराएं और नई गोदाम की लोकेशन तय कर दोबारा से ऑनलाइन आवेदन करने की प्रकिया शुरू करे।
क्यों करना चाहते है ग्रामीण गोदाम बंद
बिलियावास गांव में मुनेश उर्फ़ मुन्ना यादव द्वारा यह शराब गोदाम एक महीने पहले स्थापित किया गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि शराब गोदाम की आड़ में यहाँ ठेका संचालित होता है, जिस कारण पूरे दिन शराबी यहां जमावड़ा रहता है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि यहां से गुजरने वाली महिलाओं और स्कूल जाने वाली बच्चियों को शराबियों द्वारा परेशान किया जाता है और खेतों में आने वाली महिलाओं के साथ भी अभद्र व्यवहार किया जाता है।
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इस समस्याओ को लेकर गांव की सैकड़ो महिलाओं और पुरुषों ने शराब गोदाम पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और गोदाम बंद करने की मांग की। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन महिलाये नहीं मानी।
ग्रामीणों ने किया धरना प्रदर्शन
ग्रामीण महिलाएं और पुरुष थाने पहुंच गए और गोदाम सेल्समैन ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज करने पर गोदाम को तुरंत बंद करने की मांग को लेकर थाने के सामने धरने पर बेथ गए। पुलिस ने महिलाओ को डेढ़ घंटे समझाइश के बाद महिलाओं ने धरना समाप्त किया।